गुजरात में वैसे तो घूमने की कई जगह है लेकिन मैं आपको आज बताऊंगा कि अहमदाबाद में जगह घूमने कौन सी है | जिले का मुख्यालय साबरमती के तट पर स्थित गुजरात का सबसे बड़ा और भारत में सातवे क्रम का सब से बड़ा शहर, अहमदाबाद, है।अहमदाबाद जिले की उत्तर दिशा में महेसाणा, साबरकांठा और गांधीनगर जिले, पूर्व में खेड़ा जिला, दक्षिण में खंभात का अखात और पश्विम में सुरेन्द्रनगर जिला स्थित है।
1.रिवरफ्रंट || River front ||
द रिवर फ्रंट अहमदाबाद के सबसे फेमस जगह में से एक है लिवर फ्रंट में आपको बोटिंग की सुविधा भी मिलती है बोटिंग करके आपको मजा आएगा | 5.07 हेक्टेयर (12.5 एकड़) का इवेंट ग्राउंड बुनियादी सुविधाओं से युक्त एक इवेंट ग्राउंड है। यह परियोजना के लिए विभिन्न उद्देश्यों और राजस्व स्रोत के लिए खुले स्थान के रूप में कार्य करता है। यह लॉन 40,000 वर्ग मीटर (430,000 वर्ग फुट) में फैला हुआ है और 50,000 से अधिक लोगों की मेजबानी कर सकता है।परियोजना के चरण 2 के तहत, रिवरफ्रंट को उत्तर की ओर इंदिरा पुल तक, पूर्व की ओर 5.8 किमी और पश्चिम की ओर 5.2 किमी तक बढ़ाया जाएगा। 
पूरा होने के बाद, रिवरफ्रंट की कुल लंबाई 34 किलोमीटर (21 मील) होगी। चरण 2 की लागत लगभग ₹ 850 करोड़ (US$110 मिलियन) होगी। अहमदाबाद छावनी बोर्ड ने लगभग 13 हेक्टेयर (32 एकड़) भूमि दी जबकि अतिरिक्त 20 हेक्टेयर (49 एकड़) भूमि का अधिग्रहण किया गया |
यहां पर आपको रात्रि के समय ही एकदम शांति का अनुभव होगा |नजारा देखने लायक होता है आप देखकर खुश हो जाओगे कि यहां पर रात्रि के समय भी लोग रहते हैं |
2.साबरमती आश्रम || Sabarmati Ashram ||
साबरमती आश्रम भारत के गुजरात राज्य अहमदाबाद जिले के प्रशासनिक केंद्र अहमदाबाद के समीप साबरमती नदी के किनारे स्थित है। सत्याग्रह आश्रम की स्थापना सन् 1915 में अहमदाबाद के कोचरब नामक स्थान में महात्मा गांधी द्वारा हुई थी। सन् 1917 में यह आश्रम साबरमती नदी के किनारे वर्तमान स्थान पर स्थानांतरित हुआ और तब से साबरमती आश्रम कहलाने लगा।
हमारे राष्ट्रपिता गांधी जी की मृत्यु के पश्चात स्मृति को निरंतर सुरक्षित रखने और याद करने के लिए हमारे राष्ट्रपिता गांधीजी स्मारक की स्थापना की गई। साबरमती आश्रम गांधी जी के नेतृत्व के आरंभ काल से ही संबंधित है, अत: गांधी-स्मारक-निधि नामक संगठन ने यह निर्णय किया कि आश्रम के उन भवनों को, जो गांधी जी से संबंधित थे, सुरक्षित रखा जाए। इसलिए 1951 ई. में साबरमती आश्रम सुरक्षा एवं स्मृति न्यास अस्तित्व में आया। उसी समय से यह न्यास महात्मा गांधी के निवास, हृदयकुंज, उपासनाभूमि नामक प्रार्थनास्थल और मगन निवास की सुरक्षा के लिए कार्य कर रहा है।
3.कांकरीया झील || Kaakriya Lake ||
कांकरीया झील अहमदाबाद की ही नहीं गुजरात की सबसे बड़ी झील है। इसकी परिधी करीब 2.25 किलोमीटर की है। कांकरीया झील अहमदाबाद के मणिनगर के पास में है। कांकरीया झील का निर्माण सुल्तान अहमद शाह ने करवया था। झील के मध्य में नगीना वाडी नामक उपवन है। काँकरिया झील भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में स्थित सबसे बड़ी झील है।हमारे इंडिया का नेशनल बैंक का एक लोगों भी काकरिया झील को देखकर ही बनाया गया है उस बैंक का नाम एसबीआई है स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया |
कांकरिया झील अहमदाबाद में पर्यटकों के लिए सबसे ज्यादा खिंचाव का कारण रही है | लोग खास करके दूर-दूर से यहां पर सिर्फ कांकरिया झील देखने के लिए आते हैं | यहां पर आपको काकरिया झील के साथ-साथ काकरिया प्राणी संग्रहालय भी देखने मिलता है यहां पर कई जात के अलग-अलग प्राणी देखने मिलते हैं | कांकरिया झील सुबह 10:00 बजे से शाम को 10:00 तक खुला रहता है तो यहां पर आपको अलग-अलग राइड्स के मजे भी ले सकते हो यहां पर वाटर पार्क भी उपस्थित है|
4.मानेक चौक || Manek Chowk ||
मानेक चौक भारत में गुजरात के मुख्य शहर अहमदाबाद का पुराना शहर क्षेत्र है। यह ऐतिहासिक इमारतो से घिरा हुआ है। आप जब यहां सुबह जाते हो तो आपको यह सब्जी बाजार के रूप में देखने को मिलेगा और आप जब दिन में जाते हो तो यह आपको गहनों का मार्केट दिखेगा और आप शाम को जाते हो तो यह भोजनालय में रूप में परिवर्तित हो जाता है।
मानेक चौक में संत मानेकनाथ की समाधि के स्थान पर मन्दिर स्थित है। ये संत के नाम से ही चौक का नाम मानेक चौक पड़ा है।यहां पर शेयर बाजार का सबसे पुरानी इमारत भी है।
Manek Chowk Opening Time :- 8:00 am to 11:45 pm
5. भद्रा किला || Bhadra Fort ||
भद्र किले के बारे में ऐसा माना जाता है की माता भद्रकाली के नाम पर से भद्रक किले का नाम रखा गया है |
इसमें 14 टावरों, आठ द्वार थे | भद्र किले केले को फिर से नवनिर्माण के लिए 2012 में शुरुआत हुई और उसका अंत 2014 में आया | आया भद्र किले में तीन रास्ते हैं एक रास्ता मानिक चौक की तरफ जाता है |
time :- opning time morning 6;00 am to closing time night 5;00 pm